पहलगाम में मंगलवार दोपहर करीब 2:30 बजे आतंकियों ने पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलियां बरसाईं, जिसमें 26 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। मरने वालों में एक नौसेना अधिकारी शामिल हैं, जिनकी हाल ही में शादी हुई थी, और एक खुफिया ब्यूरो अधिकारी की गोली मारकर हत्या कर दी गई, जो अपनी पत्नी के साथ थे। पीड़ितों में दो विदेशी – एक यूएई और एक नेपाल के नागरिक – और दो स्थानीय निवासी भी शामिल हैं। सेना, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इलाके को घेर लिया है और आतंकियों की तलाश के लिए बड़ा सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है। घायलों को निकालने के लिए सेना के हेलीकॉप्टर भी तुरंत तैनात किए गए, क्योंकि यह इलाका पैदल या घोड़े की सवारी से ही पहुँचा जा सकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उस समय सऊदी अरब की यात्रा पर थे, लेकिन हमले की खबर मिलते ही उन्होंने अपनी यात्रा बीच में छोड़ दी और आज सुबह भारत लौट आए। उन्होंने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, "मैं जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा करता हूं। जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके प्रति मेरी संवेदनाएं। मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल लोग जल्द ठीक हों। प्रभावितों को हर संभव सहायता दी जा रही है। इस घिनौने हमले के पीछे जो भी हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा! उनका नापाक इरादा कभी सफल नहीं होगा। आतंकवाद के खिलाफ हमारी लड़ाई की प्रतिबद्धता अडिग है और और भी मजबूत होगी।" प्रधानमंत्री इस समय सुरक्षा मामलों पर देश की सबसे बड़ी निर्णय लेने वाली संस्था – कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) – की अध्यक्षता कर रहे हैं।